आखिर कैसे चल रही है जिले में अवैध आरा मशीने
 आखिर क्यों नहीं हो रही है अवैध मशीनों पर कार्रवाई।

 कहीं ना कहीं वन विभाग के आला अधिकारी समेत क्षेत्रीय वन विभाग कर्मियों की मिलीभगत से चल रहा है, अवैध आरा मशीन का कारोबार

सुल्तानपुर। जहां प्रदेश में योगी सरकार बनते ही पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष ध्यान और जनपद की जिला अधिकारी सी इंदुमती ने सन 2019 में सुलतानपुर ने  इतिहास रचा। 14 लाख सीड बम फ़ेंकवाकर  नया इतिहास बनाया था। तो वहीं दूसरी तरफ वन विभाग महकमे के मातहत वन विभाग कर्मी की मिलीभगत से जनपद में अवैध रूप से चल रही है दर्जनों आरा मशीन। सूत्रों की माने तो वन विभाग के तेजतर्रार दरोगा वाह अधिकारियों के करीबी डीके यादव उर्फ धीरेंद्र यादव के संरक्षण में जनपद में अवैध आरा मशीने चलती हैं। इसलामगंज समेत कई बाजार और कई स्थानों पर  अवैध आरा मशीन चल रही है।कुड़वार, गोसाईगंज, जयसिंहपुर थाना क्षेत्र, सैफुल्ला गंज बाजार,  कन्नाइतपुर, करोमी आदि स्थानों पर अवैध रूप से आरा मशीनें चल रही है। सब जानकारी होने के बावजूद भी वन विभाग के आला अधिकारी क्यों मौन है यह भी सवाल है कि कहीं आला अधिकारियों की मिलीभगत तो नही।

वैसे तो अवैध आरा मशीन में   संचालन में मालिकों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम की धारा 51,52 ,77 एवं आरा मशीन नियमावली 1978 यथा सांशोधित 2000की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है। लेकिन सुल्तानपुर में सन 2017 से अभी तक एक भी मुकदमा  अवैध आरा मशीन संचालन पर दर्ज नहीं किया गया है।