18 अट्ठारह व्यक्तियों की जांच के बिना भेज दिए-जिलाधिकारी की बड़ी कार्रवाई

सीतापुर - कोरोना संकट के मद्देनजर क्वारंटाइन किए गए सभी की जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बिना जांच के ही 18 लोगों को घर भेजने के मामले में डीएम ने बड़ी कार्रवाई की है। एक तरफ जहां ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कराकर उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार महोली एसडीएम शशि भूषण राय के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन में लिखापढ़ी करने की बात कही है। यही नहीं, उन्होंने तहसीलदार अभिमन्यु वर्मा, खंड विकास अधिकारी पिसावां सुशांत सिंह, सीएचसी अधीक्षक डॉ संजय श्रीवास्तव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। साथ ही लेखपाल दीपांकर सिंह और सेक्रेटरी शीलम को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। 

 

मामला पिसावां ब्लाक क्षेत्र के पिपरी शादीपुर गांव पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है। यहां क्वारंटाइन केंद्र बनाया गया है। डीएम का कहना है कि तहसील अधिकारियों का पर्यवेक्षण कमजोर होने के कारण उनकी जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पिपरी शादीपुर के क्वारंटाइन केंद्र पर रात में उन्होंने और पुलिस अधीक्षक ने  निरीक्षण किया। जहां क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति नहीं मिले। वहां साफ-सफाई थी, भोजन बनाने के लिए किचन, गैस सिलेंडर व अन्य सामग्री भी उपलब्ध थी, पर ग्राम प्रधान व जिम्मेदार अधिकारियों की तरफ से क्वारंटाइन किए गए लोगों को सुविधा देने में घोर लापरवाही की गई है। चिकित्सा प्रभारी ने बिना जांच के ही क्वारंटाइन व्यक्तियों को घर जाने को कह दिया गया। 

 

उन्होंने बताया कि इस घटना के सामने आने के बाद पूरे जिले में एसडीएम, खंड विकास अधिकारी और क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से सभी क्वारंटाइन केंद्रों की जांच कराई गई है। निर्देश दिए गए हैं